फर्जी डिग्री से इंजीनियर बना,लाखों वेतन हड़पे—खगड़िया नगर परिषद के बर्खास्त अफसर पर सनसनीखेज खुलासा…

प्रवीण कुमार प्रियांशु। खगड़िया

खगड़िया नगर परिषद में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका ताजा उदाहरण तब सामने आया जब एक कनिष्ठ अभियंता (जूनियर इंजीनियर) रोशन कुमार पर फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी हथियाने और लाखों रुपये वेतन उठाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ। यह आरोप किसी और ने नहीं, बल्कि नगर परिषद की सभापति अर्चना कुमारी ने स्वयं लगाए हैं। उन्होंने इस पूरे मामले की गंभीर जांच और शीघ्र कार्रवाई के निर्देश देते हुए कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र सौंपा है।
बिना वैध नियुक्ति,योजनाओं में भी निभाई अहम भूमिका…
सभापति के अनुसार, रोशन कुमार की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह संदिग्ध है। फर्जी तरीके से सरकारी पद हथियाने के बाद उन्होंने न केवल वेतन की अवैध निकासी की, बल्कि नगर परिषद की विभिन्न योजनाओं में भी प्रभावी भूमिका निभाई, जो कि नियम विरुद्ध है।
राज्य तकनीकी शिक्षा परिषद का नाम कर किया छल…
रोशन कुमार द्वारा प्रस्तुत डिग्री और तकनीकी प्रमाणपत्र राज्य तकनीकी शिक्षा परिषद, बिहार के नाम से जारी किए गए हैं, लेकिन प्रारंभिक जांच में वे प्रमाणपत्र जाली और नकली पाए गए हैं। सभापति ने संबंधित प्रमाणपत्रों की सत्यता की जांच तथा उनके माध्यम से अर्जित की गई संपत्ति की जांच की भी मांग की है।
तीन दिन में मांगी गई रिपोर्ट, कार्रवाई न होने पर बड़ा कदम संभव…
सभापति अर्चना कुमारी ने स्पष्ट किया है कि यह मामला महज एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि नगर परिषद की साख से जुड़ा है। उन्होंने इस प्रकरण में तीन दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है और चेतावनी दी है कि यदि इस पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो वे आगे की संवैधानिक कार्यवाही को बाध्य होंगी।
प्रमाण पत्र की प्रतियां जांच के लिए भेजी जाएंगी…
मामले से जुड़े दस्तावेज और प्रमाणपत्र की प्रतियां संलग्न कर दी गई हैं, जिन्हें आगामी जांच एजेंसियों को सौंपा जाएगा। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो यह मामला बिहार के तकनीकी संस्थानों और सरकारी नियुक्ति प्रणाली पर भी गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा करेगा।
शहर में हड़कंप,कार्रवाई की मांग तेज…
इस खुलासे के बाद नगर परिषद और पूरे शहर में भ्रष्टाचार के खिलाफ गुस्सा और नाराजगी का माहौल है। स्थानीय नागरिक और जनप्रतिनिधि तत्काल सस्पेंशन और एफआईआर की मांग कर रहे हैं।
“यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर मामला है कि नगर परिषद खगड़िया में एक व्यक्ति ने फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर न सिर्फ सरकारी पद हासिल किया, बल्कि योजनाओं में भी अवैध रूप से भागीदारी की और लाखों की अवैध निकासी की। यह जनता के विश्वास के साथ छल है और प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
इस पुरे मामले में खगड़िया नगर सभापति अर्चना कुमारी ने बताई-

मैंने खुद इस मामले की पूरी जानकारी लेकर संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर तीन दिन के भीतर जांच और कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। यदि नियमानुसार कार्रवाई नहीं होती है तो मैं आगे उच्चस्तरीय जांच और कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होऊंगी। इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार को नगर परिषद में किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”














































