झीमा में पेट्रोल पंप निर्माण पर महादलित समुदाय ने उठाई सुरक्षा की चिंता,जांच और रोक लगाने की जिलाधिकारी से किया मांग…

कोशी24न्यूज। खगड़िया

खगड़िया जिला के अलौली प्रखंड अंतर्गत झीमा गांव में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित पेट्रोल पंप स्वीकृति को लेकर ग्रामीणों,खासकर महादलित समुदाय ने इसके खिलाफ जिलाधिकारी को लिखित आवेदन देकर जोरदार आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है कि यह परियोजना उनके जीवन और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकती है।ग्रामीणों का कहना है कि पेट्रोल पंप निर्माण जिस भूखंड (खाता संख्या-465, खेसरा संख्या-1435) पर स्वीकृति मिली है,उसके 50 मीटर के दायरे में दर्जनों महादलित परिवार वर्षों से निवास कर रहे हैं।

बावजूद इसके, अंचलाधिकारी, अलौली द्वारा इंडियन ऑयल को भेजी गई रिपोर्ट में उल्लेख किया गया कि इस क्षेत्र में कोई आवासीय क्षेत्र नहीं है। ग्रामीणों ने इस रिपोर्ट को “पूर्णत: भ्रामक और निराधार” बताते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।स्थानीय निवासियों ने आशंका जताई है कि यदि यहां पेट्रोल पंप स्थापित होता है,तो आसपास रहने वाले गरीब एवं वंचित परिवारों के जीवन,स्वास्थ्य और सुरक्षा पर गंभीर खतरे मंडराएंगे। आगजनी, प्रदूषण और विस्फोट जैसे जोखिमों की संभावना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।ग्रामीणों ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों व खगड़िया जिलाधिकारी महोदय से अपील की है कि अंचलाधिकारी की रिपोर्ट पर बिना भरोसा किए स्थानीय स्तर पर पुनः भौतिक सत्यापन कराया जाए। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक पेट्रोल पंप निर्माण कार्य पर रोक लगाई जाए।

ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला सिर्फ विकास का नहीं, बल्कि गरीब और वंचित महादलित परिवारों की जिंदगी और सुरक्षा का है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को संवेदनशीलता दिखाते हुए इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
अब देखने वाली बात यह होगी कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और जिला प्रशासन ग्रामीणों की इस आपत्ति पर क्या रुख अपनाते हैं।इस पुरे मामले में अंचलाधिकारी अलौली ने बताया कि फाईल चेक करने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।















































