खगड़िया में 83 लाख की योजना : विभिन्न जगहों में मिलेगा आधुनिक शौचालय, महिलाओं-बच्चों को मिलेगी सबसे बड़ी राहत…
प्रवीण कुमार प्रियांशु। खगड़िया
खगड़िया शहर की लंबे समय से चली आ रही सबसे बड़ी समस्या अब खत्म होने जा रही है। नगर परिषद खगड़िया ने करीब 83 लाख रुपये की लागत से सात सामुदायिक शौचालय और पांच मूत्राशय निर्माण की योजना शुरू कर दी है। इसके लिए निविदा जारी कर दी गई है और तीन माह के भीतर काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह योजना खगड़िया नगर परिषद की अब तक की सबसे बड़ी सार्वजनिक सुविधा परियोजनाओं में से एक मानी जा रही है।
कहाँ बनेंगे शौचालय और मूत्राशय?
सामुदायिक शौचालय : पूर्वी केबिन ढाला, पुलिस लाइन, बखरी बस स्टैंड, बलुआही बस स्टैंड, मथुरापुर फील्ड, संसारपुर फील्ड और बाजार समिति प्रांगण।
मूत्राशय : नेशनल स्कूल के पास अनुमंडल न्यायालय परिसर, पोस्ट ऑफिस रोड, इंस्पेक्टर ऑफिस और गांधी चौक।
महिलाओं-बच्चों के लिए बड़ी राहत…
नगर परिषद की सभापति अर्चना कुमारी ने कहा—
“शहर में लंबे समय से सार्वजनिक शौचालय की कमी महसूस की जा रही थी। खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भारी असुविधा होती थी। इन शौचालयों के निर्माण से उन्हें सबसे अधिक राहत मिलेगी। हमारा लक्ष्य है कि तीन माह में सभी काम पूरे हों।”
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया…
सुनीता देवी (बाजार समिति क्षेत्र की गृहिणी) : “अब खरीदारी करने आने पर सबसे बड़ी समस्या खत्म होगी। महिलाओं के लिए यह राहत की खबर है।”
राजेश कुमार (छात्र, बलुआही बस स्टैंड) : “बस स्टैंड पर रोजाना सैकड़ों यात्री आते-जाते हैं। यहां शौचालय की सुविधा मिलना बहुत जरूरी था। अब यात्रियों को सुविधा मिलेगी।”
रामबाबू प्रसाद (बुजुर्ग, पुलिस लाइन) : “हम बुजुर्गों को घर से बाहर निकलने पर बहुत दिक्कत होती थी। अब यह परेशानी नहीं रहेगी।”
प्रतिदिन हजारों लोग होंगे लाभार्थी…
अनुमान है कि इन शौचालयों और मूत्राशयों से रोजाना 4 से 5 हजार लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। बस स्टैंड, बाजार और न्यायालय परिसर जैसे स्थानों पर सबसे अधिक भीड़ रहती है, जहां ये सुविधाएँ लोगों की बड़ी जरूरत पूरी करेंगी।
स्वच्छ भारत अभियान को मजबूती…
सभापति अर्चना कुमारी ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को मजबूती देने की दिशा में अहम है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नगर परिषद आगे भी नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए निरंतर काम करता रहेगा।यह खबर न सिर्फ शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की, बल्कि महिलाओं और आम नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार की भी है।