खगड़िया नगर परिषद में 11 साल का फर्जी डिप्लोमा घोटाला फूटा: संविदा जेई पर नियुक्ति रद्द, FIR दर्ज, करोड़ तक पहुंच सकती है वेतन वसूली; नगर प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई शुरू…
प्रवीण कुमार प्रियांशु। खगड़िया
खगड़िया में नगर परिषद से जुड़ा अब तक का सबसे बड़ा नियुक्ति घोटाला उजागर हुआ है। संविदा पर कार्यरत रांको डीह थाना मुफ्फसिल जिला खगड़िया निवासी स्व० सुरेश सिंह के पुत्र बर्खास्त कनीय अभियंता (जेईई) रोशन कुमार पर आरोप है कि उसने फर्जी डिप्लोमा प्रमाणपत्र के आधार पर वर्ष 2014 में नौकरी हासिल की और पिछले 11 वर्षों से नगर परिषद से मोटी सैलरी उठाता रहा। प्रारंभिक आकलन में उसके द्वारा सरकारी खजाने से ली गई रकम लाखों में है।
गौरतलब हो कि नगर सभापति अर्चना कुमारी के द्वारा मांगी गई सूचना के बाद राज्य प्रावैधिक शिक्षा परिषद,पटना द्वारा भेजी गई आधिकारिक रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि आरोपी का प्रस्तुत डिप्लोमा प्रमाणपत्र पूरी तरह असत्य और फर्जी है। रिपोर्ट हाथ लगते ही नगर कार्यपालक पदाधिकारी रवि कुमार ने आरोपी के खिलाफ नगर थाना में विस्तृत लिखित शिकायत दर्ज कराई।शिकायत में रोशन कुमार की नियुक्ति तत्काल रद्द करने,अब तक प्राप्त समस्त वेतन की वसूली और धोखाधड़ी,कूटरचना,सरकारी धन के दुरुपयोग सहित गंभीर धाराओं में कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
नगर प्रशासन का कहना है कि यह सिर्फ एक नियुक्ति घोटाला नहीं, बल्कि सरकारी व्यवस्था के साथ सुनियोजित धोखाधड़ी का गंभीर मामला है। 2014 से 2024 के बीच आरोपी ने नियमों को ताक पर रखकर वेतन उठाया,जिससे नगर परिषद को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा।नगर थाना पुलिस ने कांड संख्या-236/25 दिनांक-07-08-2025 धारा-420,471,468,406 दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।वहीं, नगर परिषद इस प्रकरण के सामने आने के बाद अपनी सभी पुरानी नियुक्तियों की फाइल खंगालने में जुट गया है,ताकि किसी अन्य फर्जी प्रमाणपत्रधारी को भी चिन्हित किया जा सके। प्रशासनिक हलकों में यह मामला गहरी चर्चा का विषय बन गया है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई और नाम बेनकाब हो सकते हैं।खगड़िया नगर परिषद ने साफ किया है कि सरकारी धन हड़पने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले में “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई जाएगी।