अधिकारियों की लापरवाही से बदहाल होती जा रही शिक्षा व्यवस्था…

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अधिकारियों की लापरवाही से बदहाल होती जा रही शिक्षा व्यवस्था…

प्रवीण कुमार प्रियांशु। खगड़िया

खगड़िया जिले में बेसक शिक्षा विभाग के अधिकारी तमाम दावे कर रहे हैं।कागजों में निरीक्षण भी लगातार कर रहे हैं लेकिन हकीकत इससे अलग है।आलम ये है कि जिम्मेदार लोग इस पर ध्यान देने के बजाए चैंबर में बैठकर समय काट रहे हैं। जिससे जिले के अलौली प्रखंड अंतर्गत अनेकों विद्यालयों की स्थित बदहाल होती जा रही है।यहां शिक्षक मनमानी तरीके से विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। उनके आने-जाने का कोई निश्चित समय नहीं है।कोई आधा तो कोई एक घंटा देर से पहुंच रहा है। कुछ शिक्षकों को अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।जिससे वह कभी-कभार आते हैं।और तो और कुछ आते भी नहीं हैं।सबसे बड़ा सुलगता सवाल है कि आखिर डिजीटल उपस्थिति कैसे बनाते हैं?? या फिर आफलाइन रजिस्ट्रर पर उपस्थिति कैसे बन जाता है??अलौली प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय लालपुर में कुल 3 शिक्षिका ,1 शिक्षक,टोला सेवक-2 हैं। जबकि कुल नामांकित बच्चे 86 है और उपस्थिति 20-25।उक्त विद्यालय में ना तो शौचालय है और ना ही पानी पीने के लिए एक भी चापाकल।दो चापाकल में दोनों खराब है। यहां तक कि मध्याह्न भोजन बनाने वाली रसोईया भी गायब थी। प्रथम वर्ग से पंचम वर्ग का संचालन दो कमरे किया जा रहा था। विद्यालय के आगे शौचालय निर्माण के लिए बड़े-बड़े गड्ढे किया गया है और उसमें पानी जमा हुआ है जहां बच्चे के डुबने की सम्भावना बनी हुई है।विद्यालय के दुसरे भवन में भैंस बांधने का जुगाड़ बना हुआ है।प्रधानाध्यापिका कुमारी पूजा ने बताई कि वो 25 जुलाई से प्रभार ली है उसे कुछ भी नहीं पता है।वहीं प्राथमिक विद्यालय सोण्डाभार में कुल 4 शिक्षिका, 1 शिक्षक,1 प्रतिनियुक्ति,टोला सेवक -1 हैं।जबकि कुल नामांकित छात्र-193 है और उपस्थिति-120 है। इस विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए एक भी बेंच डेस्क नहीं है।ना ही भवन है। शौचालय में विद्यालय के सामग्री रखी जाती है वहीं मध्यान्ह भोजन बनाने वाले सभी बर्तनों को शौचालय में रखा जाता है।अधुरे भवन में ईंट और फुस का छप्पड़ देकर बच्चों को जमीन पर बैठाकर पढ़ाया जाता है।भवन निर्माण की राशि पूर्व प्रधानाध्यापिका प्रतिभा कुमारी द्वारा गवन किया गया है जिस वजह से भवन निर्माण पुर्ण नहीं किया गया। प्रधानाध्यापक ने बताया कि भवन और बिजली व्यवस्था नहीं रहने से काफी कठिनाइयों को सामना करना पड़ता है।मध्य विद्यालय कौनियां में कुल-11 शिक्षक,2 शिक्षिका हैं जिसमें 2 प्रतिनियुक्ति पर है।कुल नामांकित -396 हैं और उपस्थिति-50-100 के करीब।क्योंकि प्रथम से अष्टम् वर्ग का संचालन सिर्फ दो वर्ग कक्ष में किया जाता है। विद्यालय में सिर्फ दो वर्ग कक्ष है एक में आधा हिस्सा मध्यान्ह भोजन का सामग्री रखा है। विद्यालय के चारों और कीचड़ और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। हल्का भी वर्षा होने पर विद्यालय परिसर के प्रत्येक वर्ग कक्ष और कार्यालय में गंदा पानी जमा हो जाता है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि विभाग को बहुत बार लिखित शिकायत किया गया है बावजूद कोई सुदी लेने वाले नहीं हैं।इतना ही नहीं भवन निर्माण के लिए विद्यालय का अपना जमीन नहीं है।इस पुरे मामले में खगड़िया जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार गोण्ड ने बताया कि ओ खुद घुम-घुमकर खगड़िया के शिक्षा व्यवस्था की जांच-पड़ताल कर रहे हैं,इन सभी विद्यालयों का जल्द ही जांच-पड़ताल करेंगे। जांच-पड़ताल ही कुछ बताया जा सकता है,अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।।

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